पैगम्बर(स.) ने ज़बान काटने का आदेश दिया तो हजरत अली ने क्या किया ?
एक मरतबा पैगम्बर मोहम्मद(स.) अपने सहाबियों के साथ मस्जिद में बैठे हुए थे कि वहाँ एक अनजान शख्स आया और उन्हें अपशब्द कहने लगा। पैगम्ब...
एक मरतबा पैगम्बर मोहम्मद(स.) अपने सहाबियों के साथ मस्जिद में बैठे हुए थे कि वहाँ एक अनजान शख्स आया और उन्हें अपशब्द कहने लगा। पैगम्ब...
तीन तलाक का मज़ाक इसलिए बन रहा है क्यूँ की आज इस्लाम धर्म के कानून को कुरान की नज़र से बहुत कम लोग जानते हैं | कुरान में उन महिलाओं क...
सूरए बक़रह की आयत नंबर २२८ इस प्रकार है। और तलाक़ पाने वाली स्त्रियां तीन बार मासिक धर्म आने तक स्वयं को प्रतीक्षा मे रखें और यदि वे ई...
बुशरा अलवी चाँद का देखा जाना इस्लामी फ़िक़्ह का बहुत ही अहम मसअला है जिसके बारे में हमारे मराजे और विद्वानों ने बहुत सी किताबें लि...
जी हाँ आज भी हज़रत मुहम्मद (स.अ.व) की औलाद दुनिया भर के मुसलमानों से पूछती है हमारा कुसूर क्या था कि बाद वफात ए रसूल ए खुदा हज़रत मुहम्मद...
Allama Aqeel Al Gharvi की यह मजलिस ज़रूर सुनें | इसे सुनने के बाद जी चाहे वाह वाह करना और जी चाहे आह आह करना और दिल चाहे चुप रहन...
रमज़ान महीने की आज २१ तारीख़ है। सन ४० हिजरी क़मरी में ६३ वर्ष की आयु में हज़रत अली अलैहिस्सलाम शहीद हुए। सन चालिस हिजरी क़मरी ...
धार्मिक इंसान अपने गुनाहो की तौबा के लिये अल्लाह का सहारा नही लेता बल्कि अपने गुनाहो को दुनियावालों से छुपाने के लिये धर्म का सहारा ...
मेहर वो रक़म है जो किसी लड़की का होने वाला शौहर लड़की तो तोहफे के तौर पे दिया करता है लेकिन यह रक़म लड़की तय किया करती है | इस मेहर को न तो ...
परलोक पर विश्वास के लिए क़यामत व प्रलय का अत्यधिक महत्व है किंतु वास्तव में क़यामत या प्रलय है क्या? प्रलय उस दिन को कहते हैं जिस दिन ल...
जिस वक़्त ज़हूर की बातें होती हैं तो इंसान के दिल में एक बहुत सुन्दर एहसास पैदा होता है जैसे वह नहर के किनारे किसी हरे भरे बाग में बैठा ह...
इरान में एक हत्यारे पे अपने दोस्त की हत्या का आरोप था और उसे फँसी की सजा सुनायी गयी | जिस समय हत्यारे को फँसी की सजा दी जा रही थी | हत्यार...
इस्लाम के कानून के अनुसार यतीम को पालने और उनकी मदद करने की बहुत ज्यादा अहमियत है | यहाँ तक कहा गया है कि यतीम को इस तरह पालो की अपने ब...
आज हमारे चारों तरफ यह इंसान जो कुछ भी करता नज़र आता है उसके पीछे केवल एक मकसद हुआ करता धन कमाना अब अपना यह मकसद चाहे इंसान समाज सेवा के ना...
इस्लाम की सच्चाई व पैगम्बर मोहम्मद(स.) का बेदाग़ चरित्र शुरूआत से ही इस्लाम दुश्मनों की नज़र में खटकता रहा है। और वे नबी के चरित्र पर उंगली...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...