मेहमान का एहतिराम और इस्लाम
https://www.qummi.com/2013/04/blog-post_12.html
आज मेहमान नवाजी का दस्तूर ख़त्म सा होता जा रहा है और इसका अंदाज़ भी बदलता जा रहा है | मेहमान किसी के घर जब आता था तो वो या तो मुसाफिर ...
आज मेहमान नवाजी का दस्तूर ख़त्म सा होता जा रहा है और इसका अंदाज़ भी बदलता जा रहा है | मेहमान किसी के घर जब आता था तो वो या तो मुसाफिर ...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...