अमीरूल मोमेनीन अली (अ0) का खत मालिक ऐ अश्तर के नाम |
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(जिसे मालिक बिन अश्तर नग़मी के नाम तहरीर फ़रमाया है, उस वक़्त जब उन्हें मोहम्मद बिन अबीबक्र के हालात के ख़राब हो जाने के बाद मिस्र औ...
(जिसे मालिक बिन अश्तर नग़मी के नाम तहरीर फ़रमाया है, उस वक़्त जब उन्हें मोहम्मद बिन अबीबक्र के हालात के ख़राब हो जाने के बाद मिस्र औ...
चौथी सदी हिजरी में सैयद रज़ी नामक प्रसिद्ध धर्मगुरु ने हज़रत अली (अ) के कथनों का संकलन प्रकाशित किया जिसे" नहजुलबलागा" क...
आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं। आपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत...
अगर अपने दुश्मन का दिल जीतना चाहो तो उस पर अपनी नेकियों का दरवाज़ा खोल दो। मक़सद यह है कि तुम्हारा दुश्मन जिस के सीने में बुग़्ज़ व अदावत...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...