कुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए आले इमरान 3:54-76
https://www.qummi.com/2014/03/354-76.html
सूरए आले इमरान की आयत संख्या ५४ तथा ५५ इस प्रकार है। (ईसा मसीह के शत्रुओं ने उनकी हत्या की) योजना बनाई और ईश्वर ने भी (उन्हें बचाने...
सूरए आले इमरान की आयत संख्या ५४ तथा ५५ इस प्रकार है। (ईसा मसीह के शत्रुओं ने उनकी हत्या की) योजना बनाई और ईश्वर ने भी (उन्हें बचाने...
सूरए आले इमरान की १६९वीं आयत की तिलावत सुनते हैं। और जो लोग ईश्वर के मार्ग में शहीद कर दिये गए उनको मरा हुआ मत समझो बल्कि वे जीवित हैं ...
सूरए आले इमरान की आयत संख्या २३ और २४ इस प्रकार है। क्या तुम उन लोगों को नहीं देखते जिन्हें किताब (अर्थात) तौरेत का थोड़ा सा ज्ञान प्रा...
सूरए आले इमरान की आयत संख्या २३ और २४ इस प्रकार है। क्या तुम उन लोगों को नहीं देखते जिन्हें किताब (अर्थात) तौरेत का थोड़ा सा ज्ञान प्रा...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...