कुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए आले इमरान 3:77-104
https://www.qummi.com/2014/03/377-104.html
सूरए आले इमरान की आयत संख्या ७७ इस प्रकार है। निःसन्देह, जो लोग ईश्वरीय प्रतिज्ञा और अपनी सौगंधों को सस्ते दामों में बेच देते हैं उनको...
सूरए आले इमरान की आयत संख्या ७७ इस प्रकार है। निःसन्देह, जो लोग ईश्वरीय प्रतिज्ञा और अपनी सौगंधों को सस्ते दामों में बेच देते हैं उनको...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...