मैं बंदा खुदा का और अली का गुलाम हूँ |
मैं क़ाएल ऐ खुदा औ इमाम हूँ बंदा खुदा का और अली का गुलाम हूँ | हज़रत अली अस का मशहूर कथन है की मुसलमान तुम्हारा ध...
मैं क़ाएल ऐ खुदा औ इमाम हूँ बंदा खुदा का और अली का गुलाम हूँ | हज़रत अली अस का मशहूर कथन है की मुसलमान तुम्हारा ध...
हजरत अली अलैहिस्सलाम की वसीयत की कुछ अहम् बातें | 1. तक्वा अखियार करो और अल्लाह से डरते रहो | २. ज़िन्दगी में अनुशासन पे ध्या...
मुसलमानो के खलीफा हज़रत अली इब्ने अभी तालिब को मस्जिद ऐ कूफ़ा में सुबह की नमाज़ में एक ज़ालिम इब्ने मुल्जिम से उस वक़्त शहीद किया जब हज़रत...
इस लेख की सनद नहजुल बलाग़ा का 31 वा पत्र है। सैयद रज़ी के कथन के अनुसार सिफ़्फ़ीन से वापसी पर हाज़रीन नाम की जगह पर आप ने यह पत्र अपने प...
चौथी सदी हिजरी में सैयद रज़ी नामक प्रसिद्ध धर्मगुरु ने हज़रत अली (अ) के कथनों का संकलन प्रकाशित किया जिसे" नहजुलबलागा" क...
हम अम्र बिलमारूफ अर्थात अच्छाई का आदेश देना नमाज़, रोज़ा, हज, और जेहाद की भांति अम्र बिलमारूफ को भी धार्मिक आदेशों में समझा जात...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...