सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |
सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे | सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयत إِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ ...
सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे | सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयत إِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ ...
मनुष्य के जीवन को केवल सांसारिक जीवन तक सीमित करना, उसे पशुओं के स्तर पर नीचे ले आने के समान है सूरए मोमिनून, आयतें 31-37 फिर उनके पश्चात ...
सूरए मोमिनून, आयतें 25-30 (विरोधियों ने कहाः) यह तो बस एक उन्माद ग्रस्त व्यक्ति है। तो कुछ समय तक इसकी प्रतीक्षा कर लो (कि यह ...
सूरए मोमिनून, आयतें 19-24, सूरए मोमिनून की 19वीं और 20वीं आयत फिर हमने उस (पानी) के द्वारा तुम्हारे लिए खजूरों और अंगूरों के...
सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 सूरए मोमिनून की 15वीं और 16वीं आयत फिर निश्चय ही तुम सब मरने वाले हो। (23:15) फिर प्रलय के ...
सूरए मोमिनून, आयतें 1-7, अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील और दयावान है। निश्चित रूप से ईश्वर पर ईमान रखने वाले सफल रहे।(23:...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...