एहसान को भूलने वाला मलऊन है।" हज़रत मुहम्मद (स )
एहसान को भूलने वाला मलऊन है रसूले ख़ुदा (स.) इर्शाद फ़रमाते हैं किः- "एहसान को भूलने वाला मलऊन है जो लोगों पर नेकियों के दरवाज़े को...
एहसान को भूलने वाला मलऊन है रसूले ख़ुदा (स.) इर्शाद फ़रमाते हैं किः- "एहसान को भूलने वाला मलऊन है जो लोगों पर नेकियों के दरवाज़े को...
मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है | आत्मा के अमर होने की मान्यता को वैज्ञानिक समर्थन भी मिल रहा है। भौतिकी और गणित के दो वैज्ञानिकों ने ल...
माह ऐ रमज़ान एक महीने का प्रशिक्षण है जिस का मक़सद एक अच्छा इंसान बनाना है | .. माह ऐ रमज़ान इस्लामिक केलिन्डर का ९वां और सबसे पवित्र मही...
Ariza e Hajat- Letter to the Imam(a.j) of our time In morning of 15th shabaan ( The time of birth of Imam mehdi (a.j) is the best time ...
मुसलमान उसे कहते हैं जो अल्लाह की मर्ज़ी को क़ुबूल करे समझे उसकी हिफाज़त करे और उसको दूसरों तक पहुंचाय जिससे सामाजिक ढांचा अमन पसंद ,इन्स...
पूरी दुनिया के इंसानो पे बड़ा सख्त वक़्त आया है इस महामारी कोरोना की शक्ल में जिस से हर शख्स डरा हुआ है | लोग इसके बारे में अलग अलग सोंच...
आज जहाँ एक तरफ कोरोना की वजह से मस्जिदें इमामबाड़े और मिम्बर सूने पड़े हैं तो वहीँ दुसरी तरफ ऑनलाइन मजलिसों का सिलसिला शुरू हो चूका है | आज ल...
किसकी इज़्ज़त की जाय किसको दोस्त रखा जाय, किस्से ताल्लुक़ात रखा जाय किससे परहेज़ किया जाय यह आज के दौर में एक बड़ा मुश्किल मसला बन के उभरता ...
सभी लोगों को ईद की मुबारकबाद के साथ मैं सबसे पहले मशहूर शायर कामिल जौनपुरी के इन शब्दों को आप सभी तक पहुंचाना चाहूँगा | ...
ईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे | फ़ितरा उस धार्मिक कर को कहते हैं जो प्रत्येक मुस्लिम परिवार के मुखिया को अपने परिवार के प्रत्येक सदस्...
सेहते चश्म (आँख की देख रेख और इलाज ) १) अगर आँख में तकलीफ़ हो तो जब तक ठीक न हो जाये बायीं करवट सो। (रसूले ख़ुदा स0) २) तीन चीज़ें...
यदि आपको यह मालूम हो चूका है की अगर आप सावधान न रहे तो आपको ऐसी बीमारी लग सकती है जो जानलेवा है और फिर भी सावधानी नहीं बरत रहे तो यह...
हे पैग़म्बर! आपके पालनहार की ओर से जो आदेश आप पर उतारा गया है उसे (लोगों तक) पहुंचा दीजिए और यदि आपने ऐसा न किया तो मानो आपने उसके संदेश ...
इमाम हुसैन ने आशूर के दिन शहादत के कुछ पहले खुत्बा दिया जिसमे उन्होंने कोशिश की कि यह लश्कर ऐ यज़ीद राह ऐ हक़ पे आ जाय लेकिन जब इमाम ख...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...