सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 क़यामत का ज़िक्र |
https://www.qummi.com/2017/04/15-18.html
सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 सूरए मोमिनून की 15वीं और 16वीं आयत फिर निश्चय ही तुम सब मरने वाले हो। (23:15) फिर प्रलय के ...
सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 सूरए मोमिनून की 15वीं और 16वीं आयत फिर निश्चय ही तुम सब मरने वाले हो। (23:15) फिर प्रलय के ...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...