ईद का चाँद होने के पहले क्या फ़ित्र निकाल सकते हैं |




सवालः क्या रमज़ान से पहले फ़क़ीर को फ़ितरा देना सही है

जवाबः नहीं, सही नहीं है, लेकिन (रमज़ान से पहले) क़र्ज़ के तौर पर फ़क़ीर को दे दे और ईद के दिन उस क़र्ज़ को फ़ितरा मान कर माफ़ कर दे।

(आयतुल्लाह ख़ामेनेई से इस्तिफ़ता)

आयतुल्लाह सीस्तानी

अगर कोई इंसान रमज़ान से पहले फ़ितरा दे दे तो यह सही नहीं है लेकिन रमज़ान के महीना आने के बाद फ़ितरा दे सकता है अगरचे एहतियाते मुस्तहेब यह है कि रमज़ान के महीने में भी फ़ितरा न दे और ईद की रात तक फ़ितरा न निकाले, लेकिन अगर कोई रमजान से पहले फ़क़ीर को क़र्ज़ा दे दे और जब उस पर (ईद की रात) फ़ितरा वाजिब हो जाए और वह फ़क़ीर (जिसको क़र्ज़ दिया है) अब भी मुस्तहेक़ हो तो वह अपने क़र्ज़े को फ़ितरे में हिसाब कर सकता है।

(तौज़ीहुल मसाएल आयतुल्लाह सीस्तानी समअला 2677)


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