इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ .स ) ने कहा चार लोगों के साथ कभी नहीं रहना |

इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ .स ) ने कहा चार लोगों के साथ कभी नहीं रहना |  एक बार इमाम ज़ैनुल आबेदीन  (अ .स )  ने अपने बेटे इमाम मुहम्मद बाक़...

ईरान में अमीर और ग़रीब के बीच फासले हो रहे हैं ख़त्म

ईरान में अमीर और ग़रीब के बीच फासले को लेकर पहले काफी कुछ पढ़ा था। ईरान पहुंचकर भी मेरी दिलचस्पी क़रीब साढ़े आठ करोड़ आबादी वाले इस म...

ख्याल रहे औलाद को आक़ किया नहीं जाता वो हो जाता है |

कल आज और कल | बचपन में जब भाई बहन एक दुसरे के साथ ना इंसाफ़ी करते थे तो माँ बाप ना इंसाफ़ी करने वाले बच्चे को डांट के जिसका हक़...

इमामे जमाअत क़वानीन के दायरे मे इमाम है|

नमाज़ की अस्ल यह है कि उसको जमाअत के साथ पढ़ा जाये। और जब इंसान नमाज़े जमाअत मे होता है तो वह एक इंसान की हैसियत से इंसानो के ...

हमें ज़िन्दगी कैसे गुज़ारनी है यह नमाज़ के दो जुम्लों से तय होती है।

हमें ज़िन्दगी कैसे गुज़ारनी है यह  नमाज़ के दो जुम्लों  से तय होती है। पहला ग़ैरिल मग़ज़ूबि अलैहिम वलज़्ज़ालीन (न उनका जिनपर ग़ज़ब (प्...

पैग़ाम ए इमाम हुसैन अ स अपने अज़ादारो के नाम ।।।।।

पैग़ाम ए इमाम हुसैन अ स अपने अज़ादारो के नाम ।।।।। मेरा पैग़ाम ज़माने को सुनाने वालो ।। मेरे ज़ख्मो को कलेजे से लगाने वालो ।। मेर...

इस्लाम और पर्दा -सैय्यद ज़ीशान हैदर

प्राक्कथन औरत का समाज में स्थान एंव महत्व के विषय पर बहुत से लेख लिखे जा चुके हैं। आज के इस नवीन युग में पूरे संसार में सत्री जाति...

Follow Us

Hot in week

Recent

Comments

इधर उधर से

Comment

Recent

Featured Post

नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

Admin

index