हज़रत अली अ0 की वसीयत पे अमल ही अली की विलायत पे यक़ीन की दलील है |

अपने पड़ोसियों के बारे में अल्लाह से डरते रहना..... क्योंकि उनके बारे में पैग़म्बर स0 ने बराबर हिदायत की है और आप इस हद तक उनके लिए सिफ...

अपने पड़ोसियों के बारे में अल्लाह से डरते रहना..... क्योंकि उनके बारे में पैग़म्बर स0 ने बराबर हिदायत की है और आप इस हद तक उनके लिए सिफ़ारिश फऱमाते रहे कि हम लोगों को ये गुमान होने लगा कि आप उन्हें भी विरासत दिलाएँगे


बिस्मिल्लाह हिर्रहमानिर्हीम


हज़रत अली अ0 की वसीयत


जब आप पर इबने मुल्जिम ज़रबत लगा चुका तो आपने इमाम हसन अ0 और इमाम हुसैन अ0 से फ़रमायाः
• मैं तुम दोनो को वसीयत करता हूँ कि अल्लाह से डरते रहना।
• दुनिया के इच्छुक ना होना, अगरचे वह तुम्हारे पीछे लगे।
• और दुनिया की किसी ऐसी चीज़ पर न कुढ़ना जो तुमसे रोक ली जाए।
• जो कहना हक़ के लिए कहना।
• और जो करना सवाब के लिए करना।
• ज़ालिम के दुश्मन और मज़लूम के मददगार बने रहना।
• मैं तुमको (इमाम हसन अ0 और इमाम हुसैन अ0 को)....अपनी तमाम संतानों को....अपने परिवार को....और जिन जिन तक (रहती दुनिया तक) मेरी यह वसीयत पहुँचे सब को वसीयत करता हुँ कि अल्लाह से डरते रहना।
• अपने मामलात दुरुस्त और आपस के सम्बंध सुलझाए रखना क्योंकि मैंने तुम्हारे नाना रसूल अल्लाह स0 को फ़रमाते सुना है कि आपस की दूरियों को मिटाना आम नमाज़ रोज़े से अफ़ज़ल है।
• देखो यतीमों के बारे में अल्लाह से डरते रहना, उनके फ़ाक़े की नौबत न आये......और तुम्हारी मौजूदगी में.....वह तबाह व बरबाद न हो जाएँ।
• अपने पड़ोसियों के बारे में अल्लाह से डरते रहना..... क्योंकि उनके बारे में पैग़म्बर स0 ने बराबर हिदायत की है और आप इस हद तक उनके लिए सिफ़ारिश फऱमाते रहे कि हम लोगों को ये गुमान होने लगा कि आप उन्हें भी विरासत दिलाएँगे।
• क़ुर्आन के बारे में अल्लाह से डरते रहना..... ऐसा ना हो दूसरे इस पर अमल करने में तुम पर सबक़त ले जाएँ।
• नमाज़ के बारे में अल्लाह से डरते रहना।
• क्योंकि ये तुम्हारे दीन का सुतून है।
• अपने परवरदिगार के घर के बारे में अल्लाह से डरते रहना.....और उसे जीते जी ख़ाली न छोड़ना।
• क्योंकि अगर ये ख़ाली छोड़ दिया गया, तो फिर (अज़ाब से) मोहलत ना पाओगे।
• जान व माल और ज़बान से अल्लाह की राह में जिहाद को न भूलना।
• और तुम पर लाज़िम है कि आपस में मेल मुलाक़ात रखना।
• और एक दूसरे की तरफ़ से पीठ फेरने और तअल्लुक़ात तोड़ने से परहेज़ करना।


Discover Jaunpur , Jaunpur Photo Album

Jaunpur Hindi Web , Jaunpur Azadari

 

Related

हज़रत अली 7231330818887749570

Post a Comment

emo-but-icon

Follow Us

Hot in week

Recent

Comments

इधर उधर से

Comment

Recent

Featured Post

नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

Admin

item