लोगों के बीच कैसे रहें
हजरत अली (अ.स) जो कि हज़रत मुहम्मद (स.अ.व) के दामाद ,उनके नायब और मुसलमानों के खलीफा थे. उन्होंने कहा "लोगों के दरमियाँ (बीच ) ऐसे ...
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हजरत अली (अ.स) जो कि हज़रत मुहम्मद (स.अ.व) के दामाद ,उनके नायब और मुसलमानों के खलीफा थे. उन्होंने कहा "लोगों के दरमियाँ (बीच ) ऐसे ...
हजरत अली (अ.स) जो कि हज़रत मुहम्मद (स.अ.व) के दामाद ,उनके नायब और मुसलमानों के खलीफा थे. उन्होंने कहा "लोगों के दरमियाँ (बीच ) ऐसे रहो के अगर आप मर जाते हो तो वो आप पर रोये और अगर आप जिंदा हो तो वो आप के साथ के लिए तरसे ... : नहजुल बलागाह
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...