इस्लाम और पर्दा -सैय्यद ज़ीशान हैदर

प्राक्कथन औरत का समाज में स्थान एंव महत्व के विषय पर बहुत से लेख लिखे जा चुके हैं। आज के इस नवीन युग में पूरे संसार में सत्री जाति...

एक मुनाज़ेरा इमाम तक़ी अ.स. का |

इमाम रज़ा अ.स. को शहीद करने के बाद मामून चाहता था कि किसी तरह से इमाम तक़ी अ.स. पर भी नज़र रखे और इस काम के लिये उसने अपनी बेटी उम्मे फ़...

नमाज़ की हकीकत |

नमाज़ और लिबास रिवायात मे मिलता है कि आइम्मा-ए-मासूमीन अलैहिमुस्सलाम नमाज़ का लिबास अलग रखते थे। और अल्लाह की खिदमत मे शरफ़याब होने के...

वक़्त को चार हिस्सों में तकसीम करो | इमाम अली रज़ा (अ.स

इमाम अली रज़ा (अ.स ) ने फरमाया की तुम अपने वक़्त को चार हिस्सों में तकसीम करो| १. किसी ने तुम्हे पैदा किया है कोई तुम्हारा हाकिम है...

क़ुरआन सिर्फ पढ़ें नहीं समझें और अमल भी करें |

क़ुरआन-ए-करीम के मुताले से ज़ाहिर होता है कि तंगहाल, मुफ़लिसों,मिस्कीनों ,ग़रीबों यतीमों की माली मदद, दीगर मुस्लमानों पर इसी तरह फ़र्ज़ ह...

GHAR SE NIKALTE WAQT...

GHAR SE NIKALTE WAQT... Imam Sadiq (as): Jab bhi ghar se baahar niklo to  BISMILLAH kaho , ke 2 Farishte iske jawaab mein ye...

पसंद और ना पसंद

Quran : (بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ) (كُتِبَ عَلَيْكُمُ الْقِتَالُ وَهُوَ كُرْهٌ لَكُمْ ۖ وَعَسَىٰ أَنْ تَكْرَهُوا ش...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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