सूरए नूर, आयतें 30-31..ईमान वाले पुरुषों से कह दीजिए कि अपनी निगाहें (हराम चीज़ों से) बचाकर रखें
सूरए नूर, आयतें 30-31, (हे पैग़म्बर!) ईमान वाले पुरुषों से कह दीजिए कि अपनी निगाहें (हराम चीज़ों से) ब चाकर रखें और अपनी पवित...
सूरए नूर, आयतें 30-31, (हे पैग़म्बर!) ईमान वाले पुरुषों से कह दीजिए कि अपनी निगाहें (हराम चीज़ों से) ब चाकर रखें और अपनी पवित...
चौथी सदी हिजरी में सैयद रज़ी नामक प्रसिद्ध धर्मगुरु ने हज़रत अली (अ) के कथनों का संकलन प्रकाशित किया जिसे" नहजुलबलागा" क...
मुसलमान बड़ा शोर मचाता है कि वो कुरान को मानता है शरीयत ऐ मुहम्मद में यकीन रखता है फिर ना जाने क्यूँ इधर उधर अपना अलग अलग इमाम तलाशता फि...
रमजान २०१७ जौनपुर और बनारस का टाईमटेबल Discover Jaunpur , Jaunpur Photo Album Ja...
इमाम-ए-हुसैन अलैहिस्सलाम आंदोलन के शुरू में मदीने से मक्के क्यों गए? मदीने से इमाम-ए-हुसैन अलैहिस्सलाम के निकलने का कारण यह था कि यज...
यह बड़ी मुताबर्रक रातों में से है क्योंकि यह रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) के मोब'अस (तबलीग़ पर मामूर होने) की रात है और ईस रात के कुछ ख़ास अमाल...
दुआ # 1 – सुरः बक़रा (2/117) – आयात # 117. 2.117: (वही) आसमान व ज़मीन का मोजिद है और जब किसी काम का करना ठान लेता है तो उसकी नि...
सूरए निसा; आयतें 24-25 और विवाहित महिलाएं भी तुम पर हराम हैं सिवाए उनके जो दासी के रूप में तुम्हारे स्वामित्व में हों। ये ईश्व...
सूरए मोमिनून, आयतें 25-30 (विरोधियों ने कहाः) यह तो बस एक उन्माद ग्रस्त व्यक्ति है। तो कुछ समय तक इसकी प्रतीक्षा कर लो (कि यह ...
सूरए मोमिनून, आयतें 19-24, सूरए मोमिनून की 19वीं और 20वीं आयत फिर हमने उस (पानी) के द्वारा तुम्हारे लिए खजूरों और अंगूरों के...
सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 सूरए मोमिनून की 15वीं और 16वीं आयत फिर निश्चय ही तुम सब मरने वाले हो। (23:15) फिर प्रलय के ...
सूरए मोमिनून, आयतें 8-14, और जो लोग अपनी अमानतों और अपनी प्रतिज्ञा का पालन करते हैं।(23:8) और जो सदैव अपनी नमाज़ों की रक्ष...
सूरए मोमिनून, आयतें 1-7, अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील और दयावान है। निश्चित रूप से ईश्वर पर ईमान रखने वाले सफल रहे।(23:...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...