कुरान में मेहर कहाँ है ?

और महिलाओं का मेहर उन्हें उपहार स्वरूप और इच्छा से दो यदि उन्होंने अपनी इच्छा से उसमें से कोई चीज़ तुम्हें दे दी तो उसे तुम आनंद से ख...

कुरान में तलाक और हलाला कहाँ है ?

सूरए बक़रह की आयत नंबर २२८ इस प्रकार है। और तलाक़ पाने वाली स्त्रियां तीन बार मासिक धर्म आने तक स्वयं को प्रतीक्षा मे रखें और यदि वे ई...

सूरए नूर, आयतें 30-31..ईमान वाले पुरुषों से कह दीजिए कि अपनी निगाहें (हराम चीज़ों से) बचाकर रखें

 सूरए नूर, आयतें 30-31,  (हे पैग़म्बर!) ईमान वाले पुरुषों से कह दीजिए कि अपनी निगाहें (हराम चीज़ों से) ब चाकर रखें और अपनी पवित...

सूरए निसा; आयतें 24-25 मुताह और कुरान

 सूरए निसा; आयतें 24-25  और विवाहित महिलाएं भी तुम पर हराम हैं सिवाए उनके जो दासी के रूप में तुम्हारे स्वामित्व में हों। ये ईश्व...

सांसारिक कार्यों और जीवन के मामलों में ईश्वरीय शिक्षाओं के अनुसार काम करें |सूरए मोमिनून, आयतें 25-30

सूरए मोमिनून, आयतें 25-30 (विरोधियों ने कहाः) यह तो बस एक उन्माद ग्रस्त व्यक्ति है। तो कुछ समय तक इसकी प्रतीक्षा कर लो (कि यह ...

पानी, वनस्पतियों, पशुओं और मनुष्यों के जीवन का आधार है-सूरए मोमिनून, आयतें 19-24,

सूरए मोमिनून, आयतें 19-24, सूरए मोमिनून की 19वीं और 20वीं आयत फिर हमने उस (पानी) के द्वारा तुम्हारे लिए खजूरों और अंगूरों के...

सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 क़यामत का ज़िक्र |

 सूरए मोमिनून, आयतें 15-18 सूरए मोमिनून की 15वीं और 16वीं आयत    फिर निश्चय ही तुम सब मरने वाले हो। (23:15) फिर प्रलय के ...

जन्नत किसे मिलेगी जानिए कुरान से | सूरए मोमिनून की 10वीं और 14वीं आयत

सूरए मोमिनून, आयतें 8-14,    और जो लोग अपनी अमानतों और अपनी प्रतिज्ञा का पालन करते हैं।(23:8) और जो सदैव अपनी नमाज़ों की रक्ष...

ईमान वालों की विशेषताओं का वर्णन सूरए मोमिनून, आयतें 1-7,

सूरए मोमिनून, आयतें 1-7, अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील और दयावान है। निश्चित रूप से ईश्वर पर ईमान रखने वाले सफल रहे।(23:...

बरज़ख़ का सवाब ओं अज़ाब क़ुरआन में|

बरज़ख़ का सवाब ओ अज़ाब क़ुरआन में (1). अन्नारो यारेजूना अलैहा--------- इल्ला आख़िर सूराः-  40,  आयतः-  49,  यानी वो सुब्ह शाम ...

महिलाओं के लिए श्रृंगार प्रदर्शन पर पुरुषो के बीच उचित नहीं है सूरए नूर, आयतें 43-60

सूरए नूर, आयतें 43-47 क्या तुमने देखा नहीं कि ईश्वर (ही पहले हवाओं के सहारे) बादलों को चलाता है? फिर उनको आपस में मिला देता है...

सृष्टि, ईश्वरीय प्रकाश का एक प्रतिबिंबन है सूरए नूर, आयतें 35-38,

सूरए नूर, आयतें 35-38, ईश्वर, आकाशों और धरती का प्रकाश है। उसके प्रकाश की उपमा ऐसी है जैसे एक ताक़ है, जिसमें एक चिराग़ है, वह...

कुरान की चालीस हिदायतें |

१.    हमेशा सही बात करो। ( 7-  सूरह. 33) २. जब तुम पर कोई मुसीबत पड़े तो यक़ीन जानो के उसका बायस (कारण) तुम ख़ुद हो। ( 79-  ...

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