बेटियाँ कृपया ध्यान दें
जी हाँ अक्सर औरतों के हिजाब (परदे) को देख कर यह समझ लिया जाता है की इस्लाम में औरतों को कैदी बना कर रेखा जाता है यह उनपे पाबंदियां अधिक होत...

हकीकत यह है की इस्लाम में औरतों के हक मर्दों से अधिक हैं और यह हक बीवी की हैसीयत से भी मर्द से अधिक हैं और माँ की हैसीयत से भी बाप से अधिक हैं | आज इस विषय पे अधिक बोलने की जगह कुछ इस्लाम के पैगम्बरों और इमाम के कलेमात आप के सामने पेश हैं |







प्रतिक्रियाएँ: |
बेहतरीन जानकारियाँ मासूम भाई, इनको ज्यादा से ज़्यादा लोगो तक पहुंचाए जाने की ज़रूरत है।
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