क्या सच में हैवानियत का शिकार हुई मासूम रिंकल ?
क्या सच में हैवानियत का शिकार हुई मासूम रिंकल ? सिंध पाकिस्तान की एक हिंदू लड़की रिंकल का अपहरण कर के उसे ज़बरदस्ती मुसलमान बना...
https://www.qummi.com/2012/05/blog-post.html
क्या सच में हैवानियत का शिकार हुई मासूम रिंकल ?
सिंध पाकिस्तान की एक हिंदू लड़की रिंकल का अपहरण कर के उसे ज़बरदस्ती मुसलमान
बना ने कि खबर आज कल ज़ोरों पे चल रही है | पाकिस्तान और हिंदुस्तान दोनों में इस
कहानी के दो रुख हैं | पहला तो यह कि ज़बरदस्ती इस्लाम कुबूल करवाया और दूसरा यह कि
रिंकल ने खुद इस्लाम कुबूल किया |
सच क्या है वो तो वही जानें जो रिंकल से मिल चुके हैं लेकिन रिंकल का साक्षात्कार
वाला यह विडियो कहता है कि उसने मर्ज़ी से इस्लाम कुबूल किया है | यह और बात है कि
ऐसे साक्षात्कारो पे कितना यकीन किया जाए यह यहाँ बैठ के फैसला करना बहुत ही
मुश्किल है |
इस सारे खेल में और इन ख़बरों में सबसे अहम बात जिसने मुझे यहाँ कुछ लिखने पे
मजबूर किया वो यह है कि इस्लाम में कोई जब्र नहीं ऐसा कुरान में साफ़ साफ़ कहा गया
है | इसका मतलब साफ़ है कि कोई भी किसी को ज़बरदस्ती इस्लाम कुबूल नहीं करवा सकता |
ख़बरों कि सुनें तो यह खबर केवल इतनी ही नहीं है बल्कि रिंकल कि शादी भी
ज़बरदस्ती किसी मुसलमान से करवाने कि बात भी सामने आयी है |
रिंकल ने मर्ज़ी से यदि इस्लाम कुबूल किया है तब तो वो हुई मुसलमान लेकिन यदि
उसके साथ ज़बरदस्ती हुई है तो वो मुसलमान नहीं हुई और कुरान के हुक्म के खिलाफ जाते
हुई किसी को मुसलमान बनाने कि कोशिश करना किसी मुसलमान का काम नहीं हों सकता |
इस्लाम में किसी भी लड़की कि शादी ज़बरदस्ती किसी के साथ नहीं करवाई जा सकती और
अगर ज़बरदस्ती की गयी तो निकाह सही नहीं माना जाता |
ऐसे ज़बर्दास्तियाँ राजनीती से
प्रेरित तो हों सकती हैं लेकिन इस्लाम से इनका कुछ लेना देना नहीं |
अगर यह सच में ज़बरदस्ती है तो इसके खिलाफ सभी हिंदू और मुसलाम दोनों को आवाज़
उठानी चाहिए | और अगर यह ज़बरदस्ती नहीं है तो ऐसी अफवाहों को बढ़ावा भी नहीं देना
चाहिए |
kuch bhi ho jhel to ladki hi rehi hai
ReplyDeletepakistan me lagatar ght rehi hinduo ki sankhy halat khud batati hai.
india aur pak dono alag desh hai ham iske liye kuch nhi kar sakte aur kerna bhi nhi chahiye...
khash baat ye hai ki har hindu ko ye kharab lag rehi hai aur har muslim ko ye aam baat
http://blondmedia.blogspot.in/
आपने बहुत सही कहा है कि संयम और संतुलन बनाए रखना चाहिए.
ReplyDeleteआपकी पोस्ट को ब्लॉग की ख़बरें ने जनहित में प्रमुखता से प्रकाशित किया है.
http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/05/video-rinkal-confirming-her-conversion.html
सच कहूं तो एक निजि अनुभव के आधार पर अब अंतर्जाल पर ऐसी बहुत सी खबरें और अन्य सामग्रियां आ रही हैं जिन पर तब तक विश्वास नहीं किया जा सकता जब तक अन्य माध्यमों से वो खबर पुख्ता न हो पाए । इससे पहले उनपर प्रतिक्रिया देना जल्दबाजी होगी । वैसे पाकिस्तान के हालातों को देखते हुए कुछ भी असंभव नहीं कहा जा सकता
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