हुसैन आज भी अकेले हैं!!!
इन्सान आज भी जब इतिहास में झांक कर देखता है तो उसे दूर तक रेगिस्तान में दौड़ते हुए घोड़ें की टापों से उठती हुई धूल के बीच खिंची हुई तलवा...
इन्सान आज भी जब इतिहास में झांक कर देखता है तो उसे दूर तक रेगिस्तान में दौड़ते हुए घोड़ें की टापों से उठती हुई धूल के बीच खिंची हुई तलवा...
1) अज़ादारी क्या है ? मुसलमानों का एक फिरका है शिया ऐ अहलेबय्त जो कर्बला में इमाम हुसैन (अ.स) (अहलेबय्त) के क़त्ल पे दुःख प्रकट करता ह...
इमाम हुसैन का ज़िक्र करने वालों का नाम फ़ातेमा ज़हरा की लिस्ट में किताबे " चेहरये दरख़शाँ हुसैन इबने अली अलैहिमस्सलाम " के प...
सलाम हो ख़लक़े ख़ुदा में चुने रोज़गार नबी आदम (अ:स) पर सलाम हो अल्लाह के वली और इस के नेक बन्दे शीस (अ:स) पर सलाम हो ख़ुदा के दलीलो...
साधारण रूप से ये रिवायत वर्णन की जाती है के यज़ीद के सामने जब इमाम हुसैन रज़ियल्लाहु तआ़ला अन्हु का सर मुबारक लाया गया तो वह आप के दांतों...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...