आप कितने आज़ाद हैं और कितने ग़ुलाम?
https://www.qummi.com/2013/02/blog-post_22.html
यह सवाल हर इंसान के लिए एक बड़ी अहमियत रखता है की वो इस दुनिया में अपनी ज़िन्दगी गुज़ारने के लिए किन उसूलों पे और किसके बनाये उसूलों पे चलता ...
यह सवाल हर इंसान के लिए एक बड़ी अहमियत रखता है की वो इस दुनिया में अपनी ज़िन्दगी गुज़ारने के लिए किन उसूलों पे और किसके बनाये उसूलों पे चलता ...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...