कुरान तर्जुमा और तफसीर -सूरए बक़रह 2:260-286
https://www.qummi.com/2014/03/2260-286.html
सूरए बक़रह की आयत क्रमांक 260 इस प्रकार है। और (हे पैग़म्बर! याद कीजिए उस समय को) जब इब्राहीम ने कहा हे प्रभु! मुझे तू दिखा दे कि किस प्...
सूरए बक़रह की आयत क्रमांक 260 इस प्रकार है। और (हे पैग़म्बर! याद कीजिए उस समय को) जब इब्राहीम ने कहा हे प्रभु! मुझे तू दिखा दे कि किस प्...
हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा मिले और इसी को अल्लाह से मुहब्बत कहा जाता है ...