क़ुरआने मजीद की एक विशेषता उसका हर प्रकार के फेर बदल तथा परिवर्तन से सुरक्षित रहना है। एस एम मासूम

सूरए हिज्र की आयत नंबर ९ إِنَّا نَحْنُ نَزَّلْنَا الذِّكْرَ وَإِنَّا لَهُ لَحَافِظُونَ (9) निश्चित रूप से हमने ही क़ुरआन को उतारा है और निसं...

मोमिन कामयाब होने के लिए अपनी सलाहियतों में इज़ाफ़ा करता है और मुनाफ़िक़ लोगों पे तोहमत लगाता है

मोमिन किसी कामयाब होने के लिए अपनी सलाहियतों में इज़ाफ़ा करता है और मुनाफ़िक़ लोगों पे तोहमत लगाता  है||  ओहदे  का शौक़ इंसान को हमेशा से रह...

जाने अनजाने में इस्लाम के उसूलों के खिलाफ चलते ये लोग |

मुसलमान उसे कहते हैं जो अल्लाह की मर्ज़ी को क़ुबूल करे समझे उसकी हिफाज़त करे और उसको दूसरों तक पहुंचाय जिससे  सामाजिक ढांचा अमन पसंद ,इन्स...

मरहूम मौलाना हसन अब्बास खान ग़रीबों का मददगार थे |

आज के दौर की सबसे बड़ी मुश्किल यह है की गुनाहं के आम हो जाने और लोगों के गुनाहों पे राज़ी हो जाने वाले समाज को देख के लोगों के ज़हन में यह...

उलेमा की मदद का सच्चा जज़्बा मैंने देखा था मरहूम अल्लामा एहसान जवादी में |

मौलाना एहसान जवादी मरहूम  आज के  दौर के उलेमा की ज़िन्दगी को क़रीब से देखने से यह मालूम होता है की अहलेबैत के बताय तौर तरीके आज भी ज़िंदा ...

मुफ्त में लुत्फ़ के चक्कर में जहन्नम न खरीदें |

इंसानो की पहचान आसान है मुश्किल नहीं | इंसान एक सामाजिक प्राणी है और समाज के लोगों से मिलना जुलना उसकी आदत भी है बहुत बार मज़बूरी भी...

पूरी दुनिया के इंसानो पे बड़ा सख्त वक़्त आया है

पूरी दुनिया के इंसानो पे बड़ा सख्त वक़्त आया है इस महामारी कोरोना की शक्ल में जिस से हर शख्स डरा  हुआ है | लोग इसके बारे में अलग अलग सोंच...

आज ज़रूरत है ऐसे उलेमा की | मौलाना सैय्यद अली क़ासिम रिज़वी मरहूम

मौलाना सैय्यद अली क़ासिम रिज़वी मरहूम  आज यह ज़रूरी हो गया है की हम अपने दौर के उन उलेमा को क़रीब से जानें जिनका किरदार हर दौर में लोगों को...

दुआऐ तवस्सुल हिंदी में तर्जुमे के साथ |

दुआऐ तवस्सुल हिंदी में तर्जुमे के साथ | शेख़ अबू जाफर  तुसी अपनी किताब मिस्बाह में फरमाते हैं  की इमाम हसन-बिन-अल-अस्करी (अ:स) न...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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