हज़रत फातिमा ज़हरा स.अ की तस्बीह की फ़ज़ीलत |

हज़रत फातिमा ज़हरा स.अ की तस्बीह की फ़ज़ीलत | तस्बीह के बारे मै अयातुल्लाह सय्यद अली नकी नकवी (नक्कन साहब)फरमाते है :कहीं से माले ग...

इमाम मुसा अल-काज़िम अलैहिसलाम की नमाज़

यह दो रक् ' अत नमाज़ है जिसकी हर रक् ' अत में एक मर्तबा सुराः हम्द और बारह ( 12)  मर्तबा सुरह तौहीद पढ़ें - नमाज़ के बाद हज़र...

हज़रत इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम की कुछ ख़ास बातें |

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के वंश से थे और उन्होंने अपनी छोटी सी आयु में ज्ञान ...

हज़रत अब्बास (अ) इमाम महदी (अ) की निगाह में

सलाम हो अबुल फ़ज़्ल पर, अब्बास अमीरुल मोमिनीन के बेटे, भाई से सबसे बड़े हमदर्द जिन्होंने अपनी जान उन पर क़ुरबान कर दी, और गुज़रे हुए ...

हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की समाधि पवित्र शहर मशहद मे है। जहाँ पर हर समय लाखो श्रद्धालु आपकी समाधि के दर्शन व सलाम हेतू एकत्रित ...

हमारा कुसूर क्या है ?

जी हाँ आज भी हज़रत मुहम्मद (स.अ.व) की औलाद दुनिया भर के मुसलमानों से पूछती है हमारा कुसूर क्या था कि बाद वफात ए रसूल ए खुदा हज़रत मुहम्मद...

इमाम-ए-हुसैन अलैहिस्सलाम आंदोलन के शुरू में मदीने से मक्के क्यों गए?

इमाम-ए-हुसैन अलैहिस्सलाम आंदोलन के शुरू में मदीने से मक्के क्यों गए? मदीने से इमाम-ए-हुसैन अलैहिस्सलाम के निकलने का कारण यह था कि यज...

इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स) की विलादत माह ऐ रजब में और उनकी ज़िन्दगी |

इमाम  मुहम्मद बाकिर (अ.स) की विलादत एक रबीउल अव्वल रोज़ ऐ जुमा   सन ५७ हिजरी को मदीने में हुयी | इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स) की माँ इमाम हसन...

हक़ (सत्य) और बातिल (असत्य) में कितनी दूरी है? इमाम हसन (अ)

इमाम हसन (अ) और शाम के एक व्यक्ति से सवाल जवाब शामी ने पुछा : हक़ (सत्य) और बातिल (असत्य) में कितनी दूरी है? इमाम हसन (अ) हक...

हज़रत इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ.स.) की एक बेहतरीन जीवनी |

हज़रत इमाम ज़ैनुल आबेदीन (अ.स.) पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद (स. अ.) के चोथे जां नशीन, हमारे चौथे इमाम और चाहरदा मासूमीन (अ.स.) की छटे ...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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