शिया मुस्लिम नमाज़ एक साथ क्यों पढ़ते है?

Shia Panjgana Namaz

नमाज़ की अहमियत और क़ुरआन

नमाज़ का बाक़ी रहना क़ुरआन का बाक़ी रहना है। क्योंकि हर नमाज़ी मजबूर है कि हर रोज़ अपनी सत्रह रकत नमाज़ों मे दस मर्तबा सूरए हम्द पढ़े और...

लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैक -हे ईश्वर हमने तेरे निमंत्रण को स्वीकार किया |

यह जिलहिज का महीना है। यह महीना, मक्का में लाखों तीर्थयात्रियों के एकत्रित होने का काल है जिसमें वे सुन्दर एवं अद्वितीय उपासना हज के संस...

कुरआन की चालीस ‘रब्बना’ दुआ

४० कुरआन की ‘रब्बना’ दुआ क्रम अरबी Arebic – English हिंदी अनुवाद English Translation 1 رَبَّنَا تَقَبَّلْ مِنَّا إ...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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