अमीरूल मोमेनीन अली (अ0) का खत मालिक ऐ अश्तर के नाम |

(जिसे मालिक बिन अश्तर नग़मी के नाम तहरीर फ़रमाया है, उस वक़्त जब उन्हें मोहम्मद बिन अबीबक्र के हालात के ख़राब हो जाने के बाद मिस्र औ...

1400 साल पहले हज़रत अली (अ) ने बता दिया था मोर और मोरनी के आंसुओं का राज़ |

चौथी सदी हिजरी में सैयद रज़ी नामक प्रसिद्ध धर्मगुरु ने हज़रत अली (अ) के  कथनों का संकलन प्रकाशित किया जिसे" नहजुलबलागा" क...

हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली अलैहिस्सलाम जीवन परिचय व चारित्रिक विशेषताऐं

आपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं। आपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत...

अगर तुम ज़िन्दा रहो तो तुम्हारे अभिलाषी हो।

अगर अपने दुश्मन का दिल जीतना  चाहो तो उस पर अपनी नेकियों  का दरवाज़ा खोल दो। मक़सद यह है कि तुम्हारा दुश्मन जिस के  सीने में बुग़्ज़ व अदावत...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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