चिल्लाने गालियों और लानत मलामत करने से खुद को बचाओ | -इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स)
सुमा'आ कहता है कि इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स) के पास जब वो गया तो हुज़ूर ने बगैर उस से कुछ पूछे कहा की तुम्हारे और ऊंट वाले के बीच यह ...
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सुमा'आ कहता है कि इमाम मुहम्मद बाकिर (अ.स) के पास जब वो गया तो हुज़ूर ने बगैर
उस से कुछ पूछे कहा की तुम्हारे और ऊंट वाले के बीच यह क्या वाकेया हुआ और तुम खुद
को चिलाने, गलियाँ देने, लानत मलामत करने से खुद को बचाओ | सुमा'आ ने कहा खुदा की
क़सम उसने मुझपे ज़ुल्म किया था |इमाम ने कहा की अगर उसने तुम पे ज़ुल्म किया तो
चिल्ला के गालियाँ देके तुमने भी उस पे ज़ुल्म किया है और यह हमारे चाहने वालों का
तरीका नहीं और हम इस बात की इजाज़त किसी को नहीं देते ,जाओ और इस्तेगफार (अल्लाह से
माफ़ी माँगो) करो | सुमा'आ कहता है उसने तौबा की और अल्लाह से माफी मांगी और फिर
ऐसा ना करने का वादा किया |
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